तुझे परवाह नहीं मेरी

                शायरी क्वीन कोमल

     
     दोस्तों आज मैं यह शायरी बोलकर नहीं लिखकर आपके सामने पेश कर रहे हो आशा है आपको अच्छा लगे अगर अच्छा लगे तो प्लीज कमेंट करके बताइए ।

तुझे परवाह नहीं मेरी

प्यार तुम्हारा मुझे मिल ना सका
पर अफसोस इस बात का है
जमाने की परवाह थी तुम्हें
 हमारा इंतजार ना था तुम्हें
 वक्त ने भी बेवक्त कर रखा था
 तुम्हारा हमारी बात का इंतजार
ना था क्यों जताते थे इतना प्यार
 जब प्यार ना था क्यों दिखाते थे
इतने जख्म ,क्यों छुपाते न थे
इतना प्यार, इतना ही था
तुम्हें हमारीपरवाह ,उस वक्त तुमने
जमाने की परवाह थी तुम्हें
दिल लगाने की गुनाह की तुने
पहले तुमने जमाने
की परवाह न की
 दिल लगाने के बाद तुम्हें
 जमाना नजर आ गया


वीडियो लिंक -
https://youtu.be/xhw4CZdiDWc

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